Author(s) | : | डॉ आशुतोष शर्मा, डॉ यतिराज खर्रे, डॉ स्लोकेस्वर राज शर्मा एवं डॉ प्रशांत श्रीवास्तव |
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Paperback ISBN | : | 978-93-6233-586-9 |
Publisher | : | Bright Sky Publications |
Language | : | Hindi |
Pages | : | 329 |
Publication Date | : | 08/11/2024 |
Publication Year | : | 2024 |
Binding | : | Paper Back |
DOI | : | https://doi.org/10.62906/bs.book.214 |
भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है। गांवों की अधिकांश जनसंख्या अपनी आजीविका के लिए कृषि एवं संबंद्ध क्षेत्रों पर निर्भर है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं कृषि को मजबूती प्रदान करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने अनेक कौशल विकास योजनायें संचालित की हैं, जिसके अंतर्गत मैनेज, हैदराबाद द्वारा देसी कार्यक्रम प्रारंभ किया है। इस कार्यक्रम में राज्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण संस्थान बरखेड़ीकला भोपाल अपनी कौशल विकास योजनाओं को प्रदेश के विभिन्न जिला स्तर पर आत्मा परियोजना अंतर्गत कृषि इनपुट डीलर्स के लिए पाठ्यक्रम संचालित करवा रहा है। इस पाठ्यक्रम को ध्यान में रखते हुए उर्वरक, बीज, कीटनाशक, कृषि उपकरण, स्प्रेयर एवं मरम्मत सर्विस आदि उपलब्ध कराता है। अब समय आ गया है कि फसल पैदा करने और फसल संरक्षण तथा क्षेत्र से भारी निवेश से संबंधित खाई को कम किया जाए ताकि कृषि निवेश विक्रेताओं की समस्याओं को देखते हुए प्रस्तुत पुस्तक में विभिन्न शीर्षकों के अंतर्गत कृषि पारिस्थितिकी स्थितियां, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन, बारानी खेती, बीज एवं बीज उत्पादन, सिंचाई प्रौद्योगिकियों एवं उनका प्रबंधन, खरपतवार प्रबंधन, फार्म उपकरण एवं मशीनें, कृषि में कीट एवं रोग नियंत्रण, मुख्य स्थानीय फसलों की वैज्ञानिक खेती, कृषि में आदानों से संबंधित कानून, नियम एवं विनियमन, कृषि क्षेत्र से संबंधित योजनायें, कृषि प्रसार दृष्टिकोण एवं विधियां, कृषि से संबंधित अन्य विषयों को सम्मिलित किया गया है।
लेखकों द्वारा बहुत मेहनत व लगन से कृषि विक्रेताओं की रूचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत पुस्तक को तैयार किया गया है। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि यह पुस्तक कृषि संस्थानों, विश्वविद्यालयों, सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों, शिक्षकों, कृषि प्रसार कार्यकर्ताओं तथा एन.पी.ओ. इत्यादि से संबंधित प्रसार पाठकों के लिए अत्यधिक उपयोगी सिद्ध होगी।
लेखकगण उन सभी पत्र-पत्रिकाओं एवं पुस्तकों का आभार प्रकट करते हैं जिनसे संदर्भ लिया गया है। लेखकगण जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर, भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान बेंगलुरु एवं मैनेज हैदराबाद एवं उन सभी अनुसन्धान सन्स्थानों का आभार प्रकट करते हैं जिनसे इस पुस्तक को उपयोगी बनाने हेतु संदर्भ लिया गया है। लेखकगण, संचालक राज्य कृषि विस्तार एवं प्रशिक्षण संस्थान बरखेड़ीकला भोपाल, संयुक्त संचालक कृषि जबलपुर संभाग एवं उप संचालक सह परियोजना संचालक आत्मा जिला नरसिंहपुर एवं अन्य कृषि अधिकारियों एवं जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय/कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिकों के भी आभारी हैं जिन्होंने समय-समय पर अपने अमूल्य सुझावों द्वारा पुस्तक को लिखने में सुझाव दिये हैं। इस पुस्तक का प्रथम प्रकाशन होने के कारण कुछ त्रुटियां संभव है एवं कुछ दवायें प्रतिबंधित हो गयी हैं, कुछ पुरानी किस्मों के नाम आदि इस पुस्तक में त्रुटिवश आ गये हैं। अतः दवाओं व किस्मों का उपयोग नयी तत्कालीन जानकारी वैज्ञानिकों व अधिकारियों से चर्चा के आधार पर करना लाभप्रद रहेगा। अतः पाठकों व डीलरों से सुझाव आमंत्रित हैं ताकि आगामी संस्करण में त्रुटियों को दूर किया जा सके।